Watch yet another episode from the series of Eco India.
Watch yet another episode from the series of Eco India.
Watch yet another exciting episode from the Hit series called Eco India.
Eco India The Environment Magazine Where you find water, trees, minerals, you often find people. Some communities have more access and this can be a boon and a curse. We meet the communities most impacted by our increasing hunger for natural resources.The true costs of coal mining in IndiaMining coal is detrimental to the environment. But while policymakers and activists debate the development versus environment protection, communities who live close to mines face some devastating consequences. Explainer: The history of coalGrowth in the West was largely powered by coal. But if we want to avoid the worst impacts of climate change, we have to ditch fossil fuels. Asia is now the biggest consumer of coal — how can it quit its new addiction Bringing communities together with radio in India.Uttarakhand is a state prone to catastrophic flooding and forest fires. Its hard for communities. But Kumaon Vani radio station connects people, helping them tackle environmental problems in the region.
Natural drought cycles and human activity have led to a rise in massive wildfires in recent years. Forest fires in Siberia, the US and Canada, and the Mediterranean are also caused by climate change. We look for solutions.
Housing is one of the most basic human needs, and a fundamental human right. But more and more homes are under threat from global warming. How can lives and structures be protected from the impacts of climate change
कठोर मौसम के चलते दुनिया भर में किसानों को खेती करने में मुश्किलें आ रही हैं. फसल या तो सूखे के कारण बर्बाद हो जाती है या बाढ़ में डूब जाती है. बढ़ती क़ीमतें और सरकारी नीतियां इस तकलीफ को और बढ़ाती हैं. और यह एक दुष्चक्र बन जाता है. आज का एपिसोड ऐसे पारंपरिक और नए तरीकों के बारे में है जो किसानों को जलवायु परिवर्तन का सामना करने में मदद करते हैं
पानी एक ऐसा संसाधन है जो खुद ही अपनी भरपाई कर सकता है. आसमान से बरस कर ये सूखे जलाशयों को भर देता है. लेकिन धीरे धीरे दुनिया के कई इलाकों में पानी की किल्लत बढ़ रही है. आज के एपिसोड में हम जानेंगे की धरती पर जीवन बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं.
शहर और समुदाय तेजी से फैल रहे हैं, लेकिन कचरा निपटाने के इंतज़ाम अब भी पीछे हैं. इंसानों, जानवरों और फैक्ट्रियों से पैदा होने वाला कचरा लोगों और धरती के लिए एक बड़ा बोझ है। ईको इंडिया में आज हम ऐसे लोगों से मिलेंगे, जिनके पास कचरे से निपटने के कुछ असरदार उपाय हैं.
इस साल चुभतीजलती गर्मी ने लगातार कई हफ़्तों तक सबको परेशान किया. वैज्ञानिकों के मुताबिक दक्षिण एशिया में आयी यह हेत्वावे जलवायु परिवर्तन का नतीजा है और आने वाले सालों में हालात और बुरे होंगे. क्या हम इसके लिए तैयार हैं
पर्यावरण को हम इंसानो ने खतरे में दाल दिया है, लेकिन इन खतरों के आगे बेबस बैठे रहना कोई विकल्प नहीं है. छोटे छोटे कदम जैसे की प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग कम करना, बड़ा बदलाव ला सकते है और हम पीढ़ियों तक इस धरती पे फलतेफूलते रह सकते हैं।
प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ज़हरीले रसायन और खतरनाक तत्त्व हर और फैले हुए हैं. यहाँ तक की उस हवा में भी जिसमे हम सांस ले रहे हैं. ये हमारी और हमारी धरती की सेहद के लिए बहौत हानिकारक हैं. लेकिन इससे बचने की उपाय भी हमारे पास मौजूद हैं.
थियम आयन बैटरीज दशकों इस्तेमाल हो रही हैं. और इनसे ये उम्मीद लगाई जाती हैं की ये जीवांश में ईंधन पर हमारी निर्भरता को कम करेंगी. इन्हे ग्रीन एनर्जी रेवोलुशन के लिए एहम माना जाता हैं. लेकिन इनमे भी कुछ कमिया हैं. आज जानेंगे की कैसे बटेरियो को ज्यादा एफ्फिसिएंट बनाया जा सकता हैं.
Hindi
26 March 2022
Nature, Infotainment
Sannuta Raghu